Friday, September 18, 2009



जो लोग अपने बचपन को याद करते रहते हैं....
दरअसल वे कभी बच्चे रहे ही नहीं ...

Posted by Posted by अंगूठा छाप at 5:47 PM
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3 comments:

seema gupta said...

बडी ही गहरी बात कह गये आप.....लगता है बचपन कही खो सा गया है...

regards

Science Bloggers Association said...

बडी गजब की बात लिख दी आपने।
वैसे कभी कभी तो हमें भी बचपन याद आ ही जाता है। तो क्या इसका मतलब मैं भी...?
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Smart Indian said...

कहाँ हो भई?